पंडित भैल चटौर
जना कि आहा सब जानई छी कि जई दिन जअन मालिक ओइठूम काम करैई छई औई दिन उ मालिक केे औईठूूूम जलखइ करइ छई ।
पंडिजी खअरक घर बनै लाईत । ऐगौ चार बइच गैैैले । आब ऊ बिना पइसा खर्च केनै काम कराबअ चाहइत छला । ऐकौ गौ जोन तयार नई होई छला । अंत मैं उ १५० (150) रूपया मे ऐगौ जअन ठीक केलाइत । जअन समय से काम क दैैैलकइ । पंडिजी आब पइसा नई दिय चाहइत छला । अंत मैं १५० (150) रुपया द दलाईत । जाकि जअन जलखइ के नाम ललक त पंडिजी कहलाईत चल ने हमरो जलखइ करा दिहे आई तु अपनेे घर मे ।
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